पंचायत स्तर पर लिया जा रहा 40 से 50 परसेंट कमीशन जिस पर कांग्रेश उठा रही सवाल।
आपको बता दें कि 2023 चुनावी वर्ष में भाजपा जहां ग्राम पंचायतों मैं पानी की तरह पैसा बहा रही है जिससे ग्रामो में काम हो और लोग आने वाले चुनाव में भाजपा को काम देख कर वोट दें। लेकिन उन्हीं कामों में हो रहे घटिया निर्माण कार्य ओर योजनाओं में लगाया जा रहा है पलीता। सरकार के घटिया निर्माण के कार्य ग्राम वासियों को मिलने वाली रोजगार गारंटी योजना मैं सरपंच सचिव और रोजगार सहायक मिलकर सभी कार्य मशीनों से करवा रहे हैं इनकी शिकायतें लगातार पेपरों में और सीएम हेल्पलाइन पर की जा रही हैं लेकिन इन सभी शिकायतों का बगैर निराकरण किये ही सीएम हेल्पलाइन बंद कर दी जाती है। ग्रामों में चल रहे भ्रष्टाचार के खुलासे होने के बावजूद भी जिम्मेदार अधिकारी जांच के लिए नहीं जाते। जिससे कांग्रेस द्वारा लगाए गए 50 परसेंट कमीशन बाजी साफ देखने को मिलती है। अगर भाजपा ने कर्नाटक चुनाव में इन्हीं सब भ्रष्टाचारियों को खुली छूट नहीं दी होती तो । और कर्नाटक में जो कांग्रेस द्वारा 40 परसेंट भ्रष्टाचार का मामला उठाया गया था उस पर ध्यान नहीं दिया अधिकारी और कई स्तर पर 40 परसेंट कमीशन धड़ल्ले से लेते रहे यही वजह है कि कर्नाटक की जनता को भी 40 परसेंट कमीशन की बात समझ में आई और कर्नाटक से भाजपा को उखाड़ फेंका गया। 2 दिन पहले दमोह पहुंचे जीतू पटवारी ने भी मध्यप्रदेश में हर काम के बदले 50 परसेंट कमीशन की बात कही।
दमोह जिले की पटेरा जनपद पंचायत के ग्राम कुंवरपुर में इन दिनों भारी अनियमितताएं एवं भ्रष्टाचार देखा जा रहा है जिसकी खबरें लगातार सामने आ रही हैं और सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायतें की जा रही है लेकिन कमीशन खोरी के चलते यह सभी सीएम हेल्पलाइन अधिकारियों से मिलकर फोर्स क्लोज करवा दी जा रही है। ग्राम पंचायत कुंवरपुर का ताजा भ्रष्टाचार पूर्णतः घटिया निर्माण देखने को मिला। कार्य मिट्टी कटाव बाल निर्माण कार्य पिपरन घाट पर। कुंवरपुर जमाटा स्टोन ग्रेटेड बांध निर्माण कार्य बुंदेला बाबा घाट पर।कुंवरपुर वर्क स्टोन ग्रेटेड बांध निर्माण कार्य पिपरन घाट पर। इन सभी कार्यों में घटिया निर्माण कराया जा रहा है साथ ही महात्मा गांधी रोजगार योजना के अंतर्गत रोजगार गारंटी के तहत इन सभी कार्यों मैं मजदूर लगाना चाहिए जबकि मजदूरों की जगह यह सभी कार्य जेसीबी मशीनों से कराया जा रहा है।
सरपंच सचिव रोजगार सहायक मिलकर सभी कार्यों के फर्जी मस्टर डालकर पैसा निकाल रहे हैं। मस्टर में चढ़े मजदूर भी सरपंच के रिश्तेदार व चुनाव में मदद करने वाले सरपंच के खास सहयोगीयों के नाम ही जॉब कार्ड बने हुए हैं जिन्हें सरपंच चुनाव जीतने पर घर बैठे मजदूरी दिला रहा है। जनपद पंचायत पटेरा के सीओ जैन साहब को इस मामले में कई बार शिकायतें किए जाने के बाद भी क्या वजह है कि पटेरा सीओ जैन साहब गांधारी की तरह आंखों पर पट्टी बांधे बैठे हुए हैं। शिकायत मिलने पर शिकायत पर कार्यवाही ना करना कांग्रेस की 50 परसेंट कमीशन बाजी वाली सरकार बताना सही प्रतीत होता है।